नमस्कार दोस्तों, आज आप जानेंगे की आखिर कर मुख्तार अंसारी कौन है? आजकल टीवी पर लगातार मुख्तार अंसारी के बारे में जानकारी दी जा रही है, आखिर वो शख्स कौन है – मुख्तार अंसारी के जीवन परिचय, उनके आपराधिक अतीत और उनके राजनीतिक करियर की पूरी जानकारी आपको यहां मिलेगी। तो चलिए पहले जान लेते हैं।
मुख्तार अंसारी कौन है?
मुख्तार अंसारी भारतीय राजनीति में एक जटिल व्यक्ति थे, गंभीर आरोपों का सामना कर रहे एक सजायाफ्ता अपराधी और मऊ निर्वाचन क्षेत्र (Uttar Pradesh) से पांच बार निर्वाचित विधायक MLA थे। 28 मार्च 2024 को 60 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से मुख़्तार अंसारी की मृत्यु हो गई, दिल्ली एम्स के डॉक्टरों के पैनल द्वारा किये गए शव परीक्षण इस बात की पुष्टि करता है।
मुख्तार अंसारी की जीवनी
मुख्तार अंसारी का जन्म 30 जून 1963 को Ghazipur, Uttar Pradesh, India में हुई थी। उनके पिता का नाम सुभान उल्लाह अंसारी था, जो कम्युनिस्ट पार्टी के नेता थे और उनके दादा मुख्तार अहमद अंसारी एक सर्जन थे, जिन्होंने 1927 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और 1918 और 1920 में मुस्लिम लीग के शुरुआती अध्यक्ष थे।
Mukhtar Ansari | MLA of the Uttar Pradesh Assembly |
---|---|
Constituency | Mau |
Born | 30 June 1963 Ghazipur, Uttar Pradesh, India |
Died | 28 March 2024 (aged 60) Banda district, Uttar Pradesh, India |
Height | 196 cm (6 ft 5 in) |
Spouse | Afsa Ansari (m. 1989) |
Relations | Sibgatullah Ansari (brother) Afzal Ansari (brother) Mukhtar Ahmed Ansari (grandfather) Hamid Ansari (Uncle) |
Children | 2 (including Abbas Ansari) |
Parent | Subhanullah Ansari (father) |
Residence | Uttar Pradesh |
Alma mater | PG College Ghazipur And BHU |
Occupation | Gangster and Politician |
मुख़्तार अंसारी की राजनितिक करियर 1990 के दशक में ग़ाज़ीपुर के कॉलेज में एक छात्र संघ के माध्यम से शुरू हुई। उसके बाद 1996 में उन्होंने Mau विधान सभा के सदस्य (MLA ) के रूप में अपनी पहली जीत हासिल की और 2002 अपना काम किये। हालाँकि उनकी कार्यकाल में एक अन्य शक्तिशाली व्यक्ति, ब्रिजेश सिंह के साथ प्रतिद्वंद्विता की शुरुआत भी हुई, क्योंकि दोनों में पूर्वांचल क्षेत्र में प्रभुत्व के लिए प्रतिस्पर्धा थी। कथित तौर पर उनके गिरोहों के बीच हिंसा भड़क उठी, जब सिंह ने कथित तौर पर 2002 में अंसारी के काफिले पर घात लगाकर हमला किया।
इसतरह मुख़्तार अंसारी का राजनीतिक करियर उनके खिलाफ आपराधिक आरोपों के बावजूद जारी रहा। फिर भी उन्होंने कई बार पुन: चुनाव जीता। यहां तक कि कुछ समय के लिए वे उन्होंने अपना दल बदलकर बहुजन समाज पार्टी में भी शामिल हो गये। हालाँकि, उसके आपराधिक रिकॉर्ड की छाया लंबे समय तक रही थी और उन पर हत्या, जबरन वसूली और धमकी के आरोप लगे थी। 2023 में, उन्हें 1991 में एक राजनेता की हत्या के मामले में दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सज़ा मिली।28 March 2024 में जेल में रहते हुए मुख्तार अंसारी का निधन हो गया।
हमने यह जानकारी इंटरनेट और विकिपीडिया से प्राप्त की है, और यह जानकारी केवल सूचना और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। अधिक जानकारी के लिए आप WIKIPEDIA पर विजिट कर सकते हैं। धन्यवाद!
Related articles;
बहुत बढिया जानकारी भाई ….